Menu
blogid : 8295 postid : 36

सीख

poems
poems
  • 12 Posts
  • 26 Comments

जिंदगी ने बहुत कुछ सीखाया हैं हमे |
पहले समझ न पाई उन लंम्हो को ,
आँसों ने बताया हैं हमें |
कुछ उम्मीद न करो ,किसी से ,

सूखी टहनी ही बच जाएँगी
जिंदगी का दस्तूर यही ,
धूप हो या छाव अपनाना हैं हमें ||

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply